घरेलू गोलियों का सेवन।
- जीवनशैली में बदलाव:नियमित व्यायाम, खासकर दौड़ने से शरीर की चर्बी कम होती है, जिससे गांठ भी छोटी हो सकती है।
- कपालभाति:बाबा रामदेव के अनुसार, रोजाना कपालभाति करने से भी गांठें खत्म हो सकती हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी
- डॉक्टर की सलाह:किसी भी उपचार से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। एक डॉक्टर ही यह तय कर सकता है कि आपके लिए कौन सा उपचार सबसे अच्छा है।
- कभी-कभी लिपोमा की पहचान के लिए बायोप्सी की भी जरूरत पड़ सकती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गांठ कैंसर जैसी कोई अन्य गंभीर बीमारी नहीं है।
- पुनरावृत्ति:सर्जरी के बाद लिपोमा दोबारा नहीं होता है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में नई गांठें विकसित हो सकती हैं।
इसका मकसद सिर्फ़ जानकारी देना है. स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह या जांच के लिए, किसी पेशेवर डॉक्टर से बात करें. एआई से मिले जवाबों में गलतियां हो सकती हैं. ज़्यादा जानें
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